भारतमाता मंदिर एवं अखण्‍ड प्रेरणा दीप

भगवान महाकाल की छत्रछाया में उनके ही दरबार में चार कदम की दूरी पर स्थित भारत माता का भव्य मंदिर, जो लाखों-करोड़ों देशवासियों की देशभक्ति, चेतना एवं ऊर्जा का केन्द्र है। हमारी भारत माता जग-सिर-मौर बने यह संकल्प मन में संजोये हजारों देशभक्त प्रतिदिन भारत माता के दर्शनार्थ यहाँ आते है।

यहाँ अखण्ड भारत का दर्शन होता है, स्वतंत्रता के पूर्व का सांस्कृतिक भारत जो सन् 1947 को खण्डित हुआ था, उसे पुनः एकीकृत करने के लिए हर भारतवासी उस अखण्ड भारत की स्मृति को हृदय में संजोकर दृढ संकल्पित होकर अपने गंतव्य को जाते है।

अखण्‍ड दीप प्रेरणा

माघ कृष्‍ण तृतीया, विक्रम संवत् 2075 दिनांक 4 जनवरी गुरूवार 2018 सायं 7 बजे भारतमाता मन्दिर के लोकार्पण अवसर पर राष्ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के प.पू.सरसंघचालक डॉ.मोहनराव भागवत एवं पूज्‍य दीदी मॉं साध्‍वी ऋतम्‍भराजी (वात्‍सल्‍य ग्राम वृन्‍दावन धाम) के कर कमलों से भारतवर्ष के अमर बलिदानी, वीर सैनिकों तथा महापुरूषों की स्‍मृति में यह अखण्‍ड प्रेरणा दीप प्रज्‍वलित है।